हमने पहले ही कहा था
कि अगर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने अयोध्या मामले का फैसला कुशलतापूर्वक सुनाया तो भारत में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन भी सुखद रहेगा। हुआ भी यही। 28 सितम्बर को 'चलो! सब संभल कर' में हमने कहा था कि 30 सितम्बर तक अयोध्या मामला व राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन ही दो ऐसे मुद्दे हैं, जो देश भर में छाए हुए हैं। अयोध्या मामले के फैसले पर देश के हर क्षेत्र में शांति बरती गई, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रमंडल खेलों में 38 स्वर्ण पदक जीत कर पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया। इतना ही नहीं, देश ने पहली बार पदकों का शतक भी पूरा किया। वैसे तो देश में सभी बड़ी परियोजनाओं को भ्रष्टाचार होता है, ऐसे में राष्ट्रमंडल खेलों को कौन बख्शता। अब अगर भ्रष्टाचार का यह मामला अदालत में पहुंच भी जाए, तो कोई बात नहीं। देश में बहुत सारे मामले पहले ही अदालतों में चल रहे हैं। इसका क्या निष्कर्ष निकलेगा, कोई नहीं जानता।
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