जगजीत सिंह से मेरी मुलाकात

गजल सम्राट जगजीत सिंह से मेरी मुलाकात उस दौरान हुई थी जब दिसम्बर, 2006 में जयपुर समारोह के तहत जगजीत सिंह नाइट शो रखा गया था। मुझे जगजीत सिंह का इंटरव्यू करने के लिए कहा गया। मुझे इस बात से खुशी महसूस हो रही थी कि मेरी मुलाकात इतने बड़ी शख्सियत से होने जा रही है लेकिन इंटरव्यू करने के नाम पर घबराहट। मैंने हिम्मत बांधी और जगजीत सिंह व उनकी गायकी से जुड़ी बातों का अध्ययन करना शुरू कर दिया। जिस होटल में जगजीत सिंह ठहरने थे वहां पहुंचा तो उनसे मिलने के लिए और भी बहुत से पत्रकार आए हुए थे। सबकी उनसे बातचीत करने की हसरत थी। हम सभी ने उनसे बातचीत की लेकिन हम कुछ अलग लिखना चाहते थे। सभी बातचीत करके बाहर चले गए लेकिन हम वहीं पर बैठे रहें और उनसे अलग से बात करने का निवेदन किया तो फौरन मान गए। जिस तरह से अपनी गायकी से श्रोताओं के दिल में जगह बनाई वैसे ही अपनी सरल प्रकृति के जरिए मेरे दिल में भी। जग को जीतने वाले ने इस बात का जिक्र किया कि बचपन में की गई ऊंट सवारी की यादें आज भी ताजा है। जहां दूसरे गायकी रीमिक्स को गलत बताते हैं वहीं पर उनकी सोच इससे इतर थी। वे बोले, रीमिक्स के दौर ने पुराने गानों में वापस जान डाल दी है। उदीयमान गजलकरों को उर्दू पर पकड़ बनाने के लिए प्रेरणादायक बात की। *** श्रध्दासुमन

टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट