...तो भारत में नहीं फैलता कोरोना

भारत में फरवरी में कोरोना का पहला मामला सामने आया था। अगर उस वक्त ही सख्ती अपना ली जाती तो संक्रमण इस तरह से नहीं फैलता। दरअसल, चीन में फैली महामारी के बाद ही भारत सरकार को चेत जाना चाहिए था। चीन के नजदीकी सिंगापुर ने जनवरी में ही सख्ती अपना ली थी। इटली कई गलितयां करता चला गया। अमरीका को ट्रम्प की नीतियां ले डूबीं, जबकि स्पेन को खमियाजा भुगतान पड़ रहा। हालांकि भारत अभी महामारी से दूर है, लेकिन देश के बहुत से लोग भारत सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं और रोजाना लॉकडाउन तोड़ा जा रहा है। भूख के कारण कामगार एक राज्य से दूसरे राज्यों की तरफ पलायन कर रहे हैं और इसका दोष सरकार पर मड़ दिया जबकि मौजूदा वक्त में  लॉकडाउन ही विकल्प था। लेकिन भारत सरकार इस लॉकडाउन से भी बच सकती थी अगर जनवरी से ही विदेश से आने वाले लोगों को क्वारन्टाइन करना शुरू कर दिया जाता। इससे न तो देश में संक्रमण फैलता न ही इतनी जद्दोजहद करनी पड़ती।

इस देश में नहीं हुई एक भी मौत

वियतनाम में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है और न ही संक्रमितों की संख्या ज्यादा है। दरअसल, 9 करोड़ से अधिक आबादी वाले देश वियतनाम की सरकार ने कोरोना के मामले सामने आने के साथ ही सख्ती बरतने लगी थी। विदेश से आने वालों को 14 दिन के लिए क्वारन्टाइन में भेज दिया जाता था। अगर कोई क्वारन्टाइन नहीं जाता तो उसे घर से उठा कर भेजा गया। नतीजा यह निकला कि वहां कोरोना नहीं फैला। भारत में भी ऐसा ही कदम उठाया जा सकता था।

यहां भी लॉकडाउन नहीं, फिर भी मिली सफलता

दुनिया में 50 से अधिक देश लॉकडाउन है। यह तक कि कोरोना के पहले शिकार चीन  को भी अपने यहां लॉकडाउन करना पड़ा। लेकिन एक ऐसा देश भी है जिसने बिना लॉकडाउन के ही कोरोना से जंग जीत की। बात की जा रही है दक्षिण कोरिया की। दरअसल, दक्षिण कोरिया ने ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की, जिससे वहां मौजूद सभी संक्रमितों की पहचान हो गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी ज्यादा से ज्यादा जांच करने का तर्क दे रहा है। दक्षिण कोरिया में मात्र 50 लोगों की मौत हुई है।

दुनिया की निगाह भारत पर

चीन के बाद भारत की आबादी सबसे ज्यादा है। भारत सरकार ने लॉकडाउन का बड़ा कदम उठाया। हालांकि मोदी सरकार से पहले ही राजस्थान राज्य ने लॉकडाउन कर दिया था और भी कई राज्यों ने लॉकडाउन या कर्फ्यू लगा दिया था, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी। क्योंकि देश के पास यही एक रास्ता बचा था। अब दुनिया की निगाह भारत पर टिकी है।

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